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संस्कृति पर कविताएँ

इन्का

क्रेग रेन

अश्वेत व्यक्ति और नदियाँ

लैंग्स्टन ह्यूज़

इकतारे का गीत

लियोपोल्ड सेडार सेंगोर

बाक़ी

कोफ़ी अवूनोर

कौवा और आचार्य

शैलेंद्र कुमार शुक्ल

संबोधित

फ़ाज़िल हुस्नू दालारजा

फिर जन्म लूँगी उड़ीसा में

मनोरमा बिश्वाल महापात्र

पुल्लुव-बाला

पी. कुण्हिरमन नायर

बस अड्डे का चिनार

मरग़ूब बानिहाली

गाड़िया लुहार

गोरधनसिंह सेखावत

जैसलमेर

ग़ुलाम मोहम्मद शेख़

देवीपीठ

गायत्रीबाला पंडा

शतरंज का खेल

टी. एस. एलियट

धनशिरी के लिए दो स्तवक

प्रफुल्ल भुइयाँ

वधू

चिरंजीवि

ताना-बाना

ममता जयंत

तुम लोगों के लिए

हर्षदेव माधव

नाग चतुर्थी

बसवराजु अप्पाराव

चंदूलाल कटनी वाले

हरिओम राजोरिया

संस्कृत वाणी का आर्तनाद

माधवचैतन्य ब्रह्मचारी

जिप्सी

के. सच्चिदानंदन

स्वप्नगंधा ओ पलाशी...

आकृति विज्ञा 'अर्पण’

क़ातिल संस्कृति

चंद्रेश्वर

सभ्यता के साथ

अहर्निश सागर

उदास फूल

मधु सिंह

संस्कृति

कुसुमाग्रज

बीज

प्रियंकर पालीवाल

कामसूत्र

शिवमंगल सिद्धांतकर

अम्मा का पानदान

वंदना गुप्ता

फुलकारी

ईश्वर दयाल गौड़

गिरजे की घंटियाँ

जी. शंकर कुरुप

प्रबोध

रायप्रोलु वेंकट सुब्बाराव

संक्रांति

तुम्मल सीताराममूर्ति चौधरी

धनबर और रतनी

लक्ष्मीनाथ बेजबरुआ

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere