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सृजन पर कविताएँ

देना

नवीन सागर

शीघ्रपतन

प्रकृति करगेती

ख़ाली आँखें

नवीन रांगियाल

महाभारत

अच्युतानंद मिश्र

अंतिम दो

अविनाश मिश्र

एक प्रश्न

सौरभ अनंत

चिड़िया

शरद जोशी

आत्म-मृत्यु

प्रियंका दुबे

मेघदूत विषाद

सुधांशु फ़िरदौस

बार-बार

ममता बारहठ

हवा की बाँहें पसारे

कृष्ण मुरारी पहारिया

सुंदर कविता

प्रदीप सैनी

फिर जो होना था

संजय चतुर्वेदी

वह

अमर दलपुरा

कवि

महेंद्र भल्ला

बकवास

ज़ुबैर सैफ़ी

तुम

बेबी शॉ

एक कवि से बातचीत

मिरोस्लाव होलुब

युवा कवि

निकानोर पार्रा

एक दृश्य

सारुल बागला

शब्द तक

कुँवर नारायण

कोई तो लिखे

स्मिता सिन्हा

काव्‍य-मर्यादा

नवीन रांगियाल

मेरी किताबें

होर्खे लुइस बोर्खेस

निर्मितियाँ

डी. एच. लॉरेंस

ओ मेरे गीत

लियोपोल्द स्ताफ़

नगड़ची की हत्या

रमाशंकर सिंह

तह में

बोरीस पस्तेरनाक

एक शनिवार

होर्खे लुइस बोर्खेस

मेरे पास से गुज़रते हुए

मारीना त्स्वेतायेवा

आँसू का अनुवाद

मदनलाल डागा

कला की देवी से

अलेक्सांद्र ब्लोक

दूसरा वाला बाघ

होर्खे लुइस बोर्खेस

अक्षर

राजेंद्र यादव

अच्छा नदी मुझे चलने दो

कृष्ण मुरारी पहारिया

शाश्वतता

सामुईल मर्शाक

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली

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