बाल साहित्य

बाल साहित्य के अंतर्गत

बच्चों और किशोरों के लिए लिखी गई रचनाएँ संकलित की गई हैं। ‘हिन्दवी’ ने यहाँ बाल साहित्य के अर्थ को कुछ व्यापक करने की कोशिश की है। इस क्रम में न सिर्फ़ यहाँ बच्चों के लिए लिखा गया साहित्य संकलित है, बल्कि उन रचनाओं को भी यहाँ सहेजा गया है जिन्हें ख़ुद बच्चों ने ही रचा है। इसके अतिरिक्त हिंदी की जिन महत्वपूर्ण कविताओं में समय-समय पर बच्चे आएँ हैं, उन कविताओं का भी एक चयन यहाँ प्रस्तुत है।

एक आलसी टीचर के नोट्स

घनश्याम कुमार देवांश

भूख

नरेश सक्सेना

मातृभाषा की मौत

जसिंता केरकेट्टा

मेरी दुनिया के तमाम बच्चे

अदनान कफ़ील दरवेश

नक़्शा

सर्वेश्वरदयाल सक्सेना

एक माँ की बेबसी

कुँवर नारायण

मछलियाँ

नरेश सक्सेना

अच्छे बच्चे

नरेश सक्सेना

भुट्टे

अज्ञात

किसान

सत्यनारायण लाल

मूली

स्नेहलता शुक्ला

हम अनेक किंतु एक

द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी

हाथी

सर्वेश्वरदयाल सक्सेना

पहला नाम

प्रेम रंजन अनिमेष

झूलम-झूली

श्याम सुशील

मेरे बच्चे

शरद बिलाैरे

एक कहानी आसमान की

प्रमोद पाठक

ट्रैफ़िक जाम

मनोज कुमार झा

सबसे बड़ा छाता

मनोज कुमार

कौन?

सोहनलाल द्विवेदी

धरती

शरद बिलाैरे

घर

दिविक रमेश

बच्चा

भगवत रावत

मेघ आए

सर्वेश्वरदयाल सक्सेना

वाह, मेरे घोड़े

रमेश तैलंग

रस्साकशी

कन्हैयालाल 'मत्त'

एक जुलाई

संदीप तिवारी

ग्राम श्री

सुमित्रानंदन पंत

मोजे़ में रबर

शुभम श्री

बच्चे

सुघोष मिश्र

बच्ची के लिए

विनय दुबे

बचपन की कविता

मंगलेश डबराल

प्राथमिक स्कूल

चंद्रकांत देवताले

बूबू

शुभम श्री

सड़क पर

इब्बार रब्बी

गुरु और चेला

सोहनलाल द्विवेदी

तवांग के बच्चे

घनश्याम कुमार देवांश

खिलौनेवाला

सुभद्राकुमारी चौहान

मैं सबसे छोटी होऊँ

सुमित्रानंदन पंत

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere