
असली खलनायक बेहद आकर्षक होते हैं।

लोगों को दोस्त बनने के लिए जो चीज़ आकर्षित करती है, वह यह है कि वे एक ही सच्चाई को देखते हैं। वे उसे साझा करते हैं।

तुम आकर्षित करते हो वो जो एक प्रेमी के तौर पर तुम्हारी ज़रूरतें हैं।

सिर्फ़ भीड़ और अभिजात वर्ग ही सर्वसत्तावाद के आवेग से आकर्षित हो सकते हैं। जनसाधारण को प्रचार द्वारा जीतना पड़ता है।

अगर आप सभी तर्कों के ख़िलाफ़ अपने आपको किसी घटना की ओर आकर्षित हुआ पाते हैं, तो आगे बढ़िए—ब्रह्मांड आपको कुछ बता रहा है।

जब मैं युवा था : मैं सूर्यास्त, झोपड़पट्टियों और दुर्भाग्य की ओर आकर्षित होता था और अब मैं शहर के बीचोंबीच की सुबह और शांति की ओर आकर्षित होता हूँ। अब मैं हैमलेट नहीं बनता।

मनुष्य जिस-जिस कामना को छोड़ देता है, उस-उस की ओर से सुखी हो जाता है। कामना के वशीभूत होकर तो वह सर्वदा दुःख ही पाता है।

असत्य अधिक आकर्षक होता है।
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere