नाम पर कविताएँ

नाम एक पहचान, उपस्थिति

और अस्तित्व विषयक चयन है। इस संग्रह में नाम और नामकरण पर ज़ोर रखती कविताओं का अपूर्व संकलन किया गया है।

वेश्याएँ

राजकमल चौधरी

इलाहाबाद

संदीप तिवारी

तुम्हारा नाम

राजेंद्र धोड़पकर

आभार

पंकज चतुर्वेदी

तुम्हारा नाम

मारीना त्स्वेतायेवा

चुका हुआ नाम

गाब्रियल ओकारा

नाम

अमिताभ

सोमेश शुक्ल

सोमेश शुक्ल

तुम्हारा नाम

शिवम चौबे

सिर्फ़ नाम

गार्गी मिश्र

मुझसे मेरा नाम न पूछो

कृष्ण मुरारी पहारिया

नाम में क्या रखा है

अच्युतानंद मिश्र

नाम और लाड़ के नाम

मोनिका कुमार

डिठौना था उसका नाम

चंद्रकांत देवताले

सिरनामे की तलाश

विजय देव नारायण साही

मैंने सोचे कई नाम

सुदीप बनर्जी

उसे क्या नाम दूँ

भवानीप्रसाद मिश्र

इमरोज़

इमरोज़

तुम्हारे नाम

नंदकिशोर आचार्य

मालविका के लिए

कुशाग्र अद्वैत

भाई जागो

प्रदीप सैनी

शुभ्रा

अमन त्रिपाठी

नाम

नाज़िश अंसारी

वेनिस 2017

गिरिराज किराडू

तुम्हारे नाम पर

पंकज प्रखर

अबेसस

अतुल

तुम्‍हारा नाम

नवीन रांगियाल

पुकार

कुमार मंगलम

नहीं दूँगा नाम

नंदकिशोर आचार्य

नाम

यशवंत कुमार

नाम-वृक्ष

श्रीनरेश मेहता

अतिरिक्तता

गौरव भारती

नन्हीं बिटिया

अनिमेष मुखर्जी

नाम

कृतिका किरण

नाम का सवाल

लीलाधर मंडलोई

अभी

योगेंद्र गौतम

रहस्य-20

सोमेश शुक्ल

मत पूछो नाम

मोना गुलाटी

नाम

गुरमीत कल्लरमाजरी

बेनामी दिन

प्रेमशंकर शुक्ल

भभक

निधीश त्यागी

नाम के बारे में

अमन त्रिपाठी

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere