Font by Mehr Nastaliq Web

बेला

साहित्य और संस्कृति की घड़ी

05 जून 2025

‘माही मार रहा है’

‘माही मार रहा है’

आईपीएल ख़त्म हो गया। आख़िरकार ‘आरसीबी’ [रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु] ने अपना पहला खिताब जीत ही लिया। विराट कोहली का अठारह साल का इंतिज़ार समाप्त हुआ। अंतिम ओवर में वह भावुक होकर रोने लगे। कोई भी होगा उसका इस

04 जून 2025

जियत न परसिन माँड़ मरे परोसा खाँड़

जियत न परसिन माँड़ मरे परोसा खाँड़

—मुझे पूरा विश्वास है कि प्रभात रंजन शशिभूषण द्विवेदी के जनाज़े में शामिल हुए थे। —आपको कैसे इतना यक़ीन है? —प्रभात रंजन शशिभूषण द्विवेदी के पक्के साहित्यिक मित्र रहे हैं। —उससे क्या होता है?

02 जून 2025

'संगत'-प्रसंग : पक्ष और प्रमाण

'संगत'-प्रसंग : पक्ष और प्रमाण

‘संगत’—‘हिन्दवी’ का प्रमुख कार्यक्रम है। इसके अंतर्गत हिंदी साहित्य संसार के महत्त्वपूर्ण व्यक्तित्वों के वीडियो-साक्षात्कार ‘हिन्दवी’ के यूट्यूब चैनल पर प्रसारित किए जाते हैं। इस सिलसिले में 23 मई 2

01 जून 2025

बिंदुघाटी : ‘ठीक-ठीक लगा लो’—कहना मना है

बिंदुघाटी : ‘ठीक-ठीक लगा लो’—कहना मना है

• मैं भ्रम की चपेट में था कि फ़ेसबुक और वहाँ के विमर्शों की दुनिया ही अब एकमात्र रह गई है। इसमें जो कुछ छूट गया है—वह भी धीरे-धीरे इसका ही हिस्सा हो जाएगा। जब गत चार साल से मेरे फ़ेसबुकिया संक्रमण में

20 मई 2025

क्योंकि कलाएँ लोकतांत्रिक हैं

20 मई 2025

क्योंकि कलाएँ लोकतांत्रिक हैं

चंद रोज़ पहले Cannes Film Festival में रॉबर्ट डी नीरो को लाइफ़टाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस पुरस्कार को स्वीकार करते हुए उन्होंने चार मिनट पच्चीस सेकेंड का एक वक्तव्य दिया। यहाँ प्रस्

19 मई 2025

ओ इरशाद, प्यारे इरशाद! अलविदा!

ओ इरशाद, प्यारे इरशाद! अलविदा!

ओ अज़ीज़ इरशाद खान सिकंदर! ओ बुजुर्गों की तमीज़ से भरे युवा इंसान और शाइर-कवि!  यह अचानक क्या!  तुम्हारी हमेशा-हमेशा की ख़ामोशी हमें बहुत सताएगी यार!  हमें फ़ख़्र है कि दिल्ली में दिल जीतने

18 मई 2025

बिंदुघाटी : क्या किसी का काम बंद है!

बिंदुघाटी : क्या किसी का काम बंद है!

• जाते-जाते चैत सारी ओस पी गया। फिर सुबह की धरणी में मद महे महुए मिलने लगे। फिर जाते वैशाख वे भी विदा हुए। पाकड़ हों या पीपर, उनके तले गूदों से पटे पड़े हैं। चिड़ियों को चहचहाने के लिए और क्या चाहिए! भर

15 मई 2025

ये day वो day और हाथी

ये day वो day और हाथी

वर्ल्ड अर्थ डे और हाथी का कोई सीधा संबंध नहीं है, पर पता नहीं क्यों मुझे ‘वर्ल्ड अर्थ डे’ पर हाथी याद आता है। हाथी का इतिहास संघर्षों की मिट्टी में दबा हुआ है। वह न पूरी तरह से जंगल का हुआ, न ही पूरी

07 मई 2025

रवींद्रनाथ का भग्न हृदय

रवींद्रनाथ का भग्न हृदय

विलायत में ही मैंने एक दूसरे काव्य की रचना प्रारंभ कर दी थी। विलायत से लौटते हुए रास्ते में भी उसकी रचना का कार्य चालू रहा। हिंदुस्तान में आने पर इस काव्य-रचना की समाप्ति हुई। प्रकाशित होते समय मैंने

04 मई 2025

बिंदुघाटी : कविताएँ अब ‘कुछ भी’ हो सकती हैं

बिंदुघाटी : कविताएँ अब ‘कुछ भी’ हो सकती हैं

यहाँ प्रस्तुत इन बिंदुओं को किसी गणना में न देखा जाए। न ही ये किसी उपदेश या वैशिष्ट्य-विधान के लिए प्रस्तुत हैं। ऐसे असंख्य बिंदु संसार में हर क्षण पैदा हो रहे हैं। उनमें से कम ही अवलोकन के वृत्त में