Font by Mehr Nastaliq Web

मुक्ति पर कविताएँ

हंस गीत

डब्ल्यू. एस. रेण्ड्रा

मुक्ति

अलेक्सांद्र ब्लोक

मुक्ति

पॉल इल्यार

मुक्ति का मार्ग

यानिस रित्सोस

दीवार

फरूग़ फरूख़ज़ाद

तैयारी

यानिस रित्सोस

एक मालिक अपने नौकर को

माइकेल ऐंजेलो

मुरझाए नारंगी-वृक्ष का गीत

फेदेरीको गार्सिया लोर्का

आवाज़ उठाओ

फरूग़ फरूख़ज़ाद

शोक गीत

ह्रिस्तो बोतेव

बोझिल और कोमल

ओसिप मंदेलश्ताम

किस घनी तूफ़ानी रात ने

लियोपोल्ड सेडार सेंगोर

एक दिन

श्री अरविंद

ताज़ी हवा

चेन कुन-लुन

मैला और जुड़ा हुआ

अन्ना अख्मातोवा

बिछाती हो रोशनी

एमोलियो शोलेशी

मुक्ति

शफ़ी शौक़

लूली विदा

हरभजन सिंह

खंडित अहं

जगदीश चतुर्वेदी

जो भी चुभता है

सती कुमार

तुम सूरज बनकर आओ

अग्निपुष्प

भ्रम

ग़ुलाम मोहम्मद ग़मगीन

समाधि

विजयिनी दास

मुक्ति

रवींद्रनाथ टैगोर

मुक्त

कुसुमाग्रज

आज सुबह

मनोरमा बिश्वाल महापात्र

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली

रजिस्टर कीजिए