Maithilisharan Gupt's Photo'

मैथिलीशरण गुप्त

1886 - 1964 | झाँसी, उत्तर प्रदेश

राष्ट्रकवि के रूप में समादृत कवि। ‘भारत भारती’ उल्लेखनीय काव्य-कृति।

राष्ट्रकवि के रूप में समादृत कवि। ‘भारत भारती’ उल्लेखनीय काव्य-कृति।

मैथिलीशरण गुप्त की कविताएँ

322
Favorite

श्रेणीबद्ध करें

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

Recitation