हास्य पर कविताएँ

हास्य नौ रसों में से

एक रस है। व्यंग्य, प्रहसन, चुटकुले आदि इसके अंतर्गत आते हैं। इस चयन में हास्य-रस को केंद्र में रखकर संभव हुई कविताओं का संकलन किया गया है।

चिड़िया

शरद जोशी

प्रेम-संगीत

कांतानाथ पांडेय 'चोंच'

डेमोक्रेसी

अशोक चक्रधर

गुरु और चेला

सोहनलाल द्विवेदी

मैं और तुम

कांतानाथ पांडेय 'चोंच'

अच्छा है पर कभी-कभी

हुल्लड़ मुरादाबादी

मीडिया : एक

आश करण अटल

चुनाव की चोट

काका हाथरसी

चार लैन सुणा रियो ऊँ

सुरेंद्र शर्मा

तथाकथित पत्रकार

काका हाथरसी

कार सरकार

शैल चतुर्वेदी

वीर रस का कवि सम्मेलन

महेंद्र अजनबी

भ्रष्टाचार पेट पर

ओम् प्रकाश आदित्य

विरह का गीत

कांतानाथ पांडेय 'चोंच'

खटारा

अल्हड़ बीकानेरी

पोल-खोलक यंत्र

अशोक चक्रधर

ताजमहल

अरुण जैमिनी

काला आदमी

वेदप्रकाश वेद

सेवा

घनश्याम अग्रवाल

खल-वंदना

काका हाथरसी

गुड़ और चीनी

काका हाथरसी

दिल्ली और दलदल

ओम् प्रकाश आदित्य

मीडिया : दो

आश करण अटल

भारत बंद

माणिक वर्मा

असली डाकू

काका हाथरसी

मनहूस श्रोता

ओम् प्रकाश आदित्य

हँसी-खेल नहीं है

वेदप्रकाश वेद

चोटी के कवि

काका हाथरसी

अडिग अतिथि

ओम् प्रकाश आदित्य

पापा-आपा

अल्हड़ बीकानेरी

नानी नातिनों की

अल्हड़ बीकानेरी

इश्क़ हक़ीक़ी

काका हाथरसी

छप्पन छुरी

अल्हड़ बीकानेरी

ग़लती का छक्का

काका हाथरसी

महँगाई और महबूबा

जैमिनी हरियाणवी

जून में जनवरी

ओम् प्रकाश आदित्य

टिट फ़ॉर टैट

काका हाथरसी

घाटे पर घाटा

काका हाथरसी

गोरी म्हारे गाम की

जैमिनी हरियाणवी

भूचाल

अल्हड़ बीकानेरी

अँगूठा छाप नेता

काका हाथरसी

आत्म-विज्ञापन

कांतानाथ पांडेय 'चोंच'

पोते-पोती

अल्हड़ बीकानेरी

कवि जी की पत्नी

कांतानाथ पांडेय 'चोंच'

चंद्रमुखी की मुसीबत

ओम् प्रकाश आदित्य

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere