अनिल त्रिपाठी की कविताएँ
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
1971 | सुल्तानपुर, उत्तर प्रदेश
सुपरिचित कवि-आलोचक। दो कविता-संग्रह और एक आलोचना-पुस्तक प्रकाशित।
सुपरिचित कवि-आलोचक। दो कविता-संग्रह और एक आलोचना-पुस्तक प्रकाशित।