वसीम अकरम की कविताएँ
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
1983 | मऊनाथ भंजन, उत्तर प्रदेश
नई पीढ़ी के कवि-कथाकार और गीतकार। फ़िल्म-लेखन में भी सक्रिय।
नई पीढ़ी के कवि-कथाकार और गीतकार। फ़िल्म-लेखन में भी सक्रिय।