गुरु नानक के सबद
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
1469 - 1539 | ननकाना साहिब, पंजाब
सिक्ख धर्म के आदिगुरु। भावुक और कोमल हृदय के गृहस्थ संत कवि। सर्वेश्वरवादी दर्शन के पक्षधर।
सिक्ख धर्म के आदिगुरु। भावुक और कोमल हृदय के गृहस्थ संत कवि। सर्वेश्वरवादी दर्शन के पक्षधर।