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लॉकडाउन के बीच पटरी पर नींद

laukDaun ke beech patri par neend

विष्णु नागर

अन्य

अन्य

विष्णु नागर

लॉकडाउन के बीच पटरी पर नींद

विष्णु नागर

और अधिकविष्णु नागर

    नींद को क्या तकिए की दरकार है?

    फिर पत्थर का सिरहाना किसलिए है?

    जब वे इतने हाहाकार के बीच सो सकते हैं

    तो क्या हम भूखे पेट नहीं सो सकते?

    दो पटरियों के बीच से ज़्यादा

    समतल और सुरक्षित जगह कहाँ है?

    वहाँ गहरी नींद क्यों नहीं सकती?

    मालगाड़ी का ऊपर से गुज़र जाना

    क्या सचमुच इतनी बड़ी बात है

    कि नींद टूट जाए?

    स्रोत :
    • रचनाकार : विष्णु नागर
    • प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित

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