भारतीय भाषाओं से हिंदी में अनूदित रचनाकारों की सूची
भारत की बहुभाषी साहित्यिक परंपरा में हिंदी अनुवाद एक ऐसा सेतु है, जो अलग-अलग भाषाओं के रचनाकारों के विचारों और संवेदनाओं को हिंदी में संप्रेषित करता है। ये अनूदित रचनाएँ न केवल साहित्यिक विविधता को उजागर करती हैं, बल्कि भारतीय समाज की सांस्कृतिक और भावनात्मक एकता को भी प्रकट करती हैं। अनुरचना के रूप में प्रस्तुत यह थाती वृहत हिंदी संसार को समृद्ध करती है।
मराठी के महत्त्वपूर्ण कवियों की श्रेष्ठ और लोकप्रिय कविताओं से एक चयन।
अरुण कोलटकर
मराठी और अँग्रेज़ी भाषा के समादृत कवि। साहित्य अकादेमी से सम्मानित।
आ. रा. देशपांडे अनिल
मराठी कविता में मुक्तछंद के प्रणेता के रूप में प्रतिष्ठित कवि। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
आरती प्रभू
मराठी के समादृत कवि-गीतकार और नाटककार। संगीत नाटक अकादेमी पुरस्कार और साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
आश्लेषा महाजन
मराठी की सुप्रसिद्ध कवयित्री, कथाकार और बाल सहित्यकार। 'शब्दपल्लवी', 'स्वसंवेद्य', 'मनभावन', और 'रक्तचंदन' प्रमुख काव्य-संग्रह।
आसावरी काकडे
मराठी की सुप्रसिद्ध कवयित्री और गद्यकार। 'आरसा', 'मी एक दर्शनबिंदु… उत्तरार्ध' और 'व्यक्त-अव्यक्ताच्या मध्यसीमेवर' शीर्षक कविता-संग्रह प्रकाशित।
इंदिरा संत
मराठी की सुपरिचित कवयित्री-कथाकार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
कुसुमाग्रज
मराठी के समादृत और अत्यंत लोकप्रिय कवि-नाटककार। ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित।
ग. दि. माडगूळकर
मराठी के सुप्रसिद्ध कवि-गीतकार, लेखक और अभिनेता। 'गीतरामायण' कृति के लिए उल्लेखनीय।
गुणाकर देशपांडे
सुपरिचित मराठी कवि-लेखक, विचारक और प्राध्यापक। 'जिव्हाळी' कविता-संग्रह के लिए उल्लेखनीय।
चंद्रकांत पाटील
सुपरिचित मराठी कवि, समीक्षक और अनुवादक। अनुवाद के लिए बहुप्रशंसित और साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित ।
दिलीप पुरुषोत्तम चित्रे
मराठी और अँग्रेज़ी के सुप्रसिद्ध कवि-लेखक-समीक्षक-अनुवादक के साथ ही चित्रकार-शिल्पकार-फ़िल्मकार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित
ना. घ. देशपांडे
मराठी भाषा के सुप्रतिष्ठित कवि। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
नामदेव ढसाल
सुप्रसिद्ध मराठी कवि, लेखक और अधिकार कार्यकर्ता। ‘दलित पैंथर’ के संस्थापक।
नारायण सुर्वे
‘कामगार कवि’ के रूप में सुप्रतिष्ठित मराठी कवि और श्रमिक कार्यकर्ता। पद्म श्री से सम्मानित।
पद्मा गोले
सुपरिचित मराठी कवयित्री, लेखिका और नाटककार। 'आकाशवेडी', 'श्रावणमेघ', 'प्रीतिपथावर', 'निहार', 'स्वप्नजा' आदि कृतियाँ प्रकाशित।
पुरुषोत्तम शिवराम रेगे
सुपरिचित मराठी कवि, उपन्यासकार, नाटककार और समालोचक।
बा. भ. बोरकर
मराठी और कोंकणी के सुप्रसिद्ध कवि-कादंबरीकार। पद्मश्री से सम्मानित।
बा. सी. मर्ढेकर
मराठी नवकाव्य के अग्रणी कवि और लेखक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
भालचंद्र नेमाडे
मराठी के समादृत कवि-लेखक और समालोचक। ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित।
भालचंद्र नेमाडे
मराठी के समादृत कवि-लेखक और समालोचक। ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित।
म. म. देशपांडे
विदर्भ के सुपरिचित मराठी कवि। 'अंतर्देही', 'आंतरिक्ष फिरलो पण' और 'बनफूल' काव्य-संग्रह प्रकाशित।
मंगेश पाडगाँवकर
सुप्रसिद्ध मराठी कवि-लेखक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
मधुकर केचे
सुपरिचित मराठी कवि और ललित-निबंधकार। व्यक्तिचित्र लेखन में भी योगदान।
सुपरिचित मराठी कवि, संपादक और स्त्री अधिकार कार्यकर्ता। ‘बाईपणातून बाहेर पडताना’ और ‘मुखवटा उतरवल्यावर’ काव्य-संग्रह प्रकाशित।
वसंत आबाजी डहाके
सुप्रतिष्ठित मराठी कवि, उपन्यासकार, नाटककार और चित्रकार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
छठे दशक में सामने आए मराठी कवि, चित्रकार और संपादक। आधुनिक काव्यभाषा और शैली के लिए उल्लेखनीय।
वा. रा. कांत
सुप्रसिद्ध मराठी कवि-गीतकार-अनुवादक। नाट्य-काव्य में योगदान के लिए उल्लेखनीय।
विंदा करंदीकर
मराठी के समादृत कवि-लेखक और समालोचक। ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित।
शरच्चंद्र मुक्तिबोध
सुपरिचित मराठी कवि, उपन्यासकार और समीक्षक। 'सौंदर्य आणि साहित्यमूल्य' समीक्षा-कृति के लिए साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
शरयू असोलकर
सुप्रसिद्ध मराठी कवयित्री और समीक्षक। ‘पुढल्या हाका’ और ‘अनवट वाटा’ शीर्षक कविता-संग्रह प्रकाशित।
शांता शेलके
मराठी भाषा की सुपरिचित कवि-गीतकार और उपन्यासकार। अन्य विभिन्न विधाओं में भी विपुल कार्य।
सुपरिचित मराठी कवयित्री-लेखिका-समीक्षक। 'तहहयात', 'पायपोळ', 'प्रलयानंतरची तळटीप', 'स्त्री कवितेचं भान – काल आणि आज', 'डिळी' आदि कृतियाँ प्रकाशित।
सतीश काळसेकर
सुप्रसिद्ध मराठी कवि, निबंधकार और संपादक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
सरिता पदकी
मराठी भाषा की सुपरिचित कवयित्री-लेखिका। कविता, नाटक, बालसाहित्य, अनुवाद और आलोचना के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान।