घाव पर उद्धरण
घाव शरीर पर बने या लगे
ज़ख़्म और मन पर लगे ठेस दोनों को ही प्रकट करता है। पीड़ा काव्य के केंद्रीय घटकों में से एक है।

घायल दिल पहले कम आत्म-सम्मान पर क़ाबू पाकर आत्म-प्रेम सीखता है।


कहावत है कि कुत्ते के काटने से हुए घाव को ठीक करने के लिए आपको उसी कुत्ते को खाना पड़ता है… और मैंने अपने लिए एक निवाला ले लिया।

जब कोई मुझसे आयरिश चरित्र के बारे में पूछता है—मैं कहती हूँ कि पेड़ों को देखो—घायल, कठोर और विकृत; लेकिन भयंकर रूप से दृढ़।

मनुष्य की सच्ची परीक्षा विपत्ति में ही होती है और घाव रोने-धोने से कभी नहीं भरा करते।

घाव अच्छी जगह हो और सजा हुआ, तो बड़े लाभ होते हैं।
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere