
लोग जितना बदल सकते हैं, वे उससे कहीं ज़्यादा आसानी से रो सकते हैं।

रोकर दुख कम करना कायरों का काम है। दुख हमारी रीढ़ है।

मैं रोती नहीं हूँ। दुर्भाग्यवश, मुझे रोना कम आता है, इसलिए मेरे दुख मेरे अंदर ही रहते हैं।

मनुष्य की सच्ची परीक्षा विपत्ति में ही होती है और घाव रोने-धोने से कभी नहीं भरा करते।

गंभीर हाथी मदमस्त होकर अपनी मौज से चला जा रहा है। हे राजिया! कुत्ते क्यों रो-रोकर भौंकते है?
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere