पेड़ पर गीत

इस विशिष्ट चयन में प्रकृति

के प्रतीक और जड़-ज़मीन-जीवन के संदर्भ के साथ पेड़ या वृक्ष कविता में अपनी ज़रूरी उपस्थिति दर्ज कराते नज़र आएँगे।

आमों में बौर आ गए

देवेंद्र कुमार बंगाली

नीम तरु से

किशन सरोज

सुबह-शाम के सहजन

देवेंद्र कुमार बंगाली

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

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