
जो किसान मूसलाधार बरसात में काम करता है, कीचड़ में खेती करता है, मरखने बैलों से काम लेता है और सर्दी-गर्मी सहता है, उसे डर किसका?
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
जो किसान मूसलाधार बरसात में काम करता है, कीचड़ में खेती करता है, मरखने बैलों से काम लेता है और सर्दी-गर्मी सहता है, उसे डर किसका?
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere