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एहसास पर कविताएँ

बादाम का वृक्ष

निकेफ़ोरॉस व्रेताकॉस

उतनी ही जगह में

सी. पी. कवाफ़ी

अहसास ही रंगतें

यानिस रित्सोस

सोचना

सिद्धांत 'रेखानंदन'

पिता से बातचीत

शैलेंद्र शैल

ख़्वाबों का लिबास

अब्दुल रहीम चंदा

लकीर हाथों की

सीमा असीम सक्सेना

तीस से

आकाश वर्मा

काया में कस्तूरी

प्रमिला शंकर

होना तुम्हारा

सीमा असीम सक्सेना

समर्पित एहसास

अलका सिन्हा

मैं दुखी नहीं हूँ

कर्मदेव पाठक

एक कविता

ममता जयंत

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली

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