उद्धरण

उद्धरण श्रेष्ठता का संक्षिप्तिकरण हैं। अपने मूल-प्रभाव में वे किसी रचना के सार-तत्त्व सरीखे हैं। आसान भाषा में कहें तो किसी किताब, रचना, वक्तव्य, लेख, शोध आदि के वे वाक्यांश जो तथ्य या स्मरणीय कथ्य के रूप में प्रस्तुत किए जाते हैं, उद्धरण होते हैं। भाषा के इतिहास में उद्धरण प्रेरणा और साहस प्रदान करने का काम करते आए हैं। वे किसी रचना की देह में चमकती आँखों की तरह हैं, जिन्हें सूक्त-वाक्य या सूक्ति भी कहा जाता है। संप्रेषण और अभिव्यक्ति के नए माध्यमों में इधर बीच उद्धरणों की भरमार है, तथा उनकी प्रासंगिकता और उनका महत्त्व स्थापना और बहस के केंद्र में है।

‘बिहगी कवि’ के रूप में समादृत असमिया कवि-लेखक-संपादक। प्रकृति-विषयक कविताओं के लिए उल्लेखनीय।

समादृत गुजराती उपन्यासकार, कवि, आलोचक और स्तंभकार। ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित।

आधुनिक हिंदी कविता के प्रमुख कवि और अनुवादक। अपनी पत्रकारिता और कहानियों के लिए भी प्रसिद्ध। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

9वीं शताब्दी में कश्मीर क्षेत्र में सक्रिय सुप्रसिद्ध संस्कृत काव्यशास्त्री। 'काव्यालंकार' कृति के लिए उल्लेखनीय।

गौड़ीय वैष्णव परंपरा के प्रमुख आचार्य, संत, भक्त, कवि और दार्शनिक।

समादृत भारतीय संत, जीवन-मुक्त और दार्शनिक। 'मैं कौन हूँ?' के आत्म-अन्वेषण मार्ग के प्रतिपादक।

रूमी

1207 -1273

संसारप्रसिद्ध सूफ़ी कवि और रहस्यवादी संत। 'मसनवी-ए-मा’नवी', 'फ़िहि माफ़ीह' और 'दीवान-ए-शम्स तबरेज़ी' उल्लेखनीय कृतियाँ।

समादृत बहुविद कवि-साहित्यकार-चित्रकार-दार्शनिक और समाज-सुधारक। राष्ट्रीय गान के रचयिता। नोबेल पुरस्कार से सम्मानित।

रूसो

1712 -1778

18वीं सदी के महान दार्शनिक, लेखक, राजनीतिक चिंतक और समाज सुधारक।

प्रगतिशील कथाकार। कहानी, उपन्यास, नाटक, आलोचना, अनुवाद आदि गद्य विधाओं के साथ-साथ पद्य लेखन में भी प्रवीण। 'मुर्दों का टीला' ख्याति का मूल आधार।

अकविता दौर के चर्चित कवि-कथाकार। भाषा में गद्य के क्रोध और कविता की करुणा के लिए उल्लेखनीय।

समादृत समाजशास्त्री, चिंतक और कवि-लेखक। 'इंडियन सोसाइटी', 'कल्चर एंड सोसाइटी', 'सोशल थिंकिंग इन इंडिया' आदि कृतियों के रूप में अपूर्व योगदान।

समादृत कवि, एकांकीकार और आलोचक। पद्मभूषण से सम्मानित।

समादृत कवि और निबंधकार। ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित।

स्वतंत्रता सेनानी, समाजवादी नेता और प्रखर चिंतक। 'भारत में समाजवाद', 'जाति और राजनीति', 'संपत्ति और समाजवाद' आदि उल्लेखनीय कृतियाँ।

समादृत आलोचक। अज्ञेय द्वारा संपादित ‘तार सप्तक’ के कवि। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

प्रसादयुगीन महत्त्वपूर्ण कवि-गद्यकार-संपादक और कला-इतिहासकार। भारतीय कला आंदोलन में योगदान और गद्य-गीत के प्रणयन के लिए उल्लेखनीय।

समादृत तेलुगु कवि-गीतकार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

सुप्रसिद्ध अमेरिकी दार्शनिक, निबंधकार और कवि। ट्रांसेंडेंटलिज़्म आंदोलन में योगदान।

हिंदी यात्रा साहित्य के जनक के रूप में समादृत लेखक, इतिहासकार, बौद्ध विद्वान और बहुभाषाविद्। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।