सुमन केशरी की कविताएँ
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
1958 | मुज़फ़्फ़रपुर, बिहार
‘याज्ञवल्क्य से बहस’ शीर्षक कविता-संग्रह की कवयित्री। भावसघन विचारोत्तेजना के लिए उल्लेखनीय।
‘याज्ञवल्क्य से बहस’ शीर्षक कविता-संग्रह की कवयित्री। भावसघन विचारोत्तेजना के लिए उल्लेखनीय।