noImage

क्षेमेंद्र

क्षेमेंद्र की संपूर्ण रचनाएँ

उद्धरण 14

स्त्रियाँ मनुष्यों को जन्म देने वाली किंतु प्राणों को हरने वाली भी हैं। ये भीरु स्वभाव वाली भी हैं तथा अग्नि में भी प्रवेश कर सकती हैं। ये अत्यंत कठोर भी हैं, साथ ही पल्लव के समान कोमल अंगों वाली भी हैं। वे सहज ही मुग्ध हो जाने वाली हैं किंतु विदग्ध जनों को ठग भी सकती हैं।

  • शेयर

संसार में शरीरधारियों की दरिद्रता ही मृत्यु है और ही आयु है।

  • शेयर

नीच पुरुष लाभ के उद्देश्य से प्रेम करते हैं। मनस्वी पुरुष मान के अभिलाषी होते हैं।

  • शेयर

सज्जन पुरुष धर्म के लिए ही प्रयत्नपूर्वक धन-संग्रह करते हैं।

  • शेयर

धन जीवन का सवोपरि साधन है अतः उसका नाश जीवन की हानि है।

  • शेयर

Recitation