ए.एन. कॉलेज से हो रही है बिहार में 'हिन्दवी कैंपस कविता' की शुरुआत
हिन्दवी डेस्क
18 अप्रैल 2025

हिन्दवी कैंपस कविता—‘हिन्दवी’ का एक विशेष आयोजन है। इस आयोजन के माध्यम से देश के विभिन्न शैक्षिक संस्थानों के साथ-सहयोग से वहाँ के छात्रों को साहित्य-सृजन के लिए प्रोत्साहित करने का प्रयास किया जाता है। हिंदी-संसार की अभी-अभी की नई पीढ़ी को—हिंदी के श्रेष्ठ कवियों के मार्गदर्शन में रचनात्मकता से अवगत कराने में यह आयोजन अत्यंत सहायक सिद्ध हो रहा है। अब तक देश के दस राज्यों के अठारह प्रतिष्ठित संस्थानों में ‘हिन्दवी कैंपस कविता’ के सफल आयोजन किए जा चुके हैं। इस आयोजन की शुरुआत ‘हिन्दवी’ ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय (हिंदी एवं आधुनिक भारतीय भाषा विभाग) के साथ वर्ष 2022 में सितंबर महीने में की थी। इस सिलसिले में आगे—
1. शहीद दुर्गा मल्ल राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय (देहरादून)
2. पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय (बठिंडा)
3. हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (हैदराबाद)
4. हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (महेंद्रगढ़)
5. बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय (लखनऊ)
6. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (अलीगढ़)
7. क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान, एनसीईआरटी (भोपाल)
8. राम लखन सिंह यादव कॉलेज (राँची)
9. वी.एस.एस.डी. कॉलेज (कानपुर)
10. देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (इंदौर)
11. विश्व -भारती (शांतिनिकेतन)
12. महादेवी वर्मा सृजनपीठ, कुमाऊँ विश्वविद्यालय (नैनीताल)
13. जामिया मिल्लिया इस्लामिया, दिल्ली
14. दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली
15. अंतर सांस्कृतिक अध्ययन केंद्र, बी.एच.यू., वाराणसी
16. गुजरात केंद्रीय विश्वविद्यालय, वडोदरा
17. हिन्दू कॉलेज, दिल्ली
के साथ मिलकर अब तक हिन्दवी कैंपस कविता के 18 सफल आयोजन हो चुके हैं।
इस कड़ी में अगला आयोजन 25 अप्रैल को पटना के अनुग्रह नारायण महाविद्यालय में होने जा रहा है। बिहार में ‘हिन्दवी कविता कैंपस’ का यह पहला आयोजन है। इस आयोजन में समादृत कवि आलोकधन्वा, सुप्रसिद्ध कवि निर्मला पुतुल और सुपरिचित कवि राकेश रंजन कविता-पाठ के लिए आमंत्रित हैं। दो सत्रों के इस कार्यक्रम में कैंपस के विद्यार्थियों को—आमंत्रित कवियों से मिलने और उनके सम्मुख अपनी कविताएँ सुनाने का अवसर प्राप्त होगा। आमंत्रित कवि बतौर निर्णायक न सिर्फ़ इन विद्यार्थी-कवियों की कविताओं पर बात करेंगे, बल्कि इनमें से श्रेष्ठ तीन कवियों को पुरस्कृत भी करेंगे।
प्रतियोगिता के लिए निर्देश :
1. यह प्रतियोगिता अनुग्रह नारायण महाविद्यालय, पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय, पटना और बिहार राज्य के विद्यालयों-महाविद्यालयों और शैक्षिक संस्थानों में पढ़ रहे विद्यार्थियों के लिए है।
2. प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए विद्यार्थियों द्वारा गूगल फ़ॉर्म भरा जाना अनिवार्य है।
3. विद्यार्थी प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए यह गूगल फ़ॉर्म देखें : हिन्दवी कैंपस कविता : अनुग्रह नारायण महाविद्यालय, पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय, पटना
4. प्रतियोगिता के लिए अपनी पाँच मौलिक और अप्रकाशित-अप्रसारित कविताएँ भेजना अनिवार्य है।
5. प्रतियोगिता में शामिल होने की अंतिम तिथि 22 अप्रैल 2025 है।
6. चयनित प्रतिभागियों की घोषणा 23 अप्रैल 2025 को 'हिन्दवी' के सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स पर की जाएगी।
6. प्रतियोगिता में चयनित विद्यार्थियों को अपने यात्रा-व्यय पर आयोजन में भागीदारी के लिए आना होगा।
और अधिक जानकारी के लिए यह पोस्टर देख सकते हैं :
संबंधित विषय
'बेला' की नई पोस्ट्स पाने के लिए हमें सब्सक्राइब कीजिए
कृपया अधिसूचना से संबंधित जानकारी की जाँच करें
आपके सब्सक्राइब के लिए धन्यवाद
हम आपसे शीघ्र ही जुड़ेंगे
बेला पॉपुलर
सबसे ज़्यादा पढ़े और पसंद किए गए पोस्ट
26 मई 2025
प्रेम जब अपराध नहीं, सौंदर्य की तरह देखा जाएगा
पिछले बरस एक ख़बर पढ़ी थी। मुंगेर के टेटिया बंबर में, ऊँचेश्वर नाथ महादेव की पूजा करने पहुँचे प्रेमी युगल को गाँव वालों ने पकड़कर मंदिर में ही शादी करा दी। ख़बर सार्वजनिक होते ही स्क्रीनशॉट, कलात्मक-कैप
31 मई 2025
बीएड वाली लड़कियाँ
ट्रेन की खिड़कियों से आ रही चीनी मिल की बदबू हमें रोमांचित कर रही थी। आधुनिक दुनिया की आधुनिक वनस्पतियों की कृत्रिम सुगंध से हम ऊब चुके थे। हमारी प्रतिभा स्पष्ट नहीं थी—ग़लतफ़हमियों और कामचलाऊ समझदारियो
30 मई 2025
मास्टर की अरथी नहीं थी, आशिक़ का जनाज़ा था
जीवन मुश्किल चीज़ है—तिस पर हिंदी-लेखक की ज़िंदगी—जिसके माथे पर रचना की राह चलकर शहीद हुए पुरखे लेखक की चिता की राख लगी हुई है। यों, आने वाले लेखक का मस्तक राख से साँवला है। पानी, पसीने या ख़ून से धुलकर
30 मई 2025
एक कमरे का सपना
एक कमरे का सपना देखते हुए हमें कितना कुछ छोड़ना पड़ता है! मेरी दादी अक्सर उदास मन से ये बातें कहा करती थीं। मैं तब छोटी थी। बच्चों के मन में कमरे की अवधारणा इतनी स्पष्ट नहीं होती। लेकिन फिर भी हर
28 मई 2025
विनोद कुमार शुक्ल का आश्चर्यलोक
बहुत पहले जब विनोद कुमार शुक्ल (विकुशु) नाम के एक कवि-लेखक का नाम सुना, और पहले-पहल उनकी ‘प्रतिनिधि कविताएँ’ हाथ लगी, तो उसकी भूमिका का शीर्षक था—विनोद कुमार शुक्ल का आश्चर्यलोक। आश्चर्यलोक—विकुशु के