चीज़ें पर यात्रा वृत्तांत

कविता के भाव में कहें

तो चीज़ें वे हैं जिनसे हमारी दुनिया बनती है और बर्बाद भी होती है। यहाँ प्रस्तुत है चीज़ों की उपस्थिति-अनुपस्थिति को दर्ज करती कविताओं का यह व्यापक चयन।

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere