
प्रेम एक घटना में वैसा नहीं होता जैसा कि दूसरी घटना में होता है। समान प्रतीत होने वाली अन्य घटनाओं का अनुभव भी भिन्न होता है।

केवल गति पर भरोसा करो। जीवन घटनाओं के स्तर पर घटता है, शब्दों के स्तर पर नहीं।

यदि पर्याप्त समय हो तो आगे-पीछे हर बात हर एक के साथ घटित होती है।

अनुभव वह नहीं है जो आपके साथ घटित होता है, अपितु जो आपके साथ घटित होता है उसका आप क्या करते हैं, वह अनुभव है।

रोग, अप्रिय घटनाओं की प्राप्ति, अधिक परिश्रम तथा प्रिय वस्तुओं का वियोग—इन चार कारणों से शारीरिक दुःख प्राप्त होता है।
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere