प्रेमा झा की कविताएँ
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
1988 | मुंबई, महाराष्ट्र
नई पीढ़ी की कवयित्री। उपन्यास-लेखन में भी सक्रिय।
नई पीढ़ी की कवयित्री। उपन्यास-लेखन में भी सक्रिय।
हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली
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