पर्सी बिशे शेली के उद्धरण

मैं (बादल) पृथ्वी और जल की पुत्री हूँ और आकाश की लाडली बालिका हूँ। मैं महासागर के रंध्रों और तटों में से होकर जाती हूँ। मैं परिवर्तित हो सकती हूँ परंतु मर नहीं सकती।
-
संबंधित विषय : बादल
-
शेयर
- सुझाव
- प्रतिक्रिया

मैं (बादल) समुद्रों व जलधाराओं से प्यासे फूलों के लिए ताज़ी (वर्षा की) बौछारे लाता हूँ।
-
संबंधित विषय : बादल
-
शेयर
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
