Font by Mehr Nastaliq Web

बादल पर उद्धरण

मेघ या बादल हमेशा से

मानव-मन को कल्पनाओं की उड़ान देते रहे हैं और काव्य में उनके विविध रूपों और भूमिकाओं का वर्णन होता रहा है। इस चयन में शामिल है—बादल विषयक कविताओं का संकलन।

quote

सज्जनों का लेना भी देने के लिए ही होता है जैसे बादलों का।

कालिदास
quote

मेघों से ढके हुए सूर्य वाला दिन 'दुर्दिन' नहीं है, उसी दिन को दुर्दिन कहो जिस दिन भगवान् की कथा का अमृतमय सुंदर आलाप-रस सुनायी नहीं पड़ता।

माधवदेव
quote

प्यास से व्याकुल चातक पक्षियों के समूह जिनसे जल की प्रार्थना कर रहे हैं, ऐसे ये बादल, जल-भार से विनत, कर्ण-मधुर गर्जना करते हुए और अनेक धाराओं में बरसते हुए धीरे-धीरे चले जा रहे हैं।

कालिदास
quote

उस (यक्ष) ने आषाढ़ मास के प्रथम दिन उस पर्वत (रामगिरि) की चोटी पर झुके हुए मेव को देखा तो ऐसा प्रतीत हुआ कि मानो वप्रक्रीडा में मग्न कोई हाथी हो।

कालिदास
quote

मैं (बादल) समुद्रों जलधाराओं से प्यासे फूलों के लिए ताज़ी (वर्षा की) बौछारे लाता हूँ।

पर्सी बिशे शेली
quote

धूम, ज्योति, जल, और वायु के संयोग से उत्पन्न मेघ कहाँ!

कालिदास
quote

हे मेघ! कृषि कार्य का सब फल तुम्हारे अधीन है, इस विचार से भूविलास से अनभिज्ञ (भोली-भाली) ग्रामवधुएँ अपने प्रेम-भरे नेत्रों से तुम्हें पी लेगी।

कालिदास
quote

मर्दल वाद्य के समान शब्द करते हुए, इंद्रधनुष पर बिजली की प्रत्यंचा चढ़ाए हुए, अपनी तीक्ष्ण धारा के पैने बाणों की वर्षा करके, प्रवासी मनुष्यों के चित्त को बादल बहुत कष्ट पहुँचाते हैं।

कालिदास
quote

मैं (बादल) पृथ्वी और जल की पुत्री हूँ और आकाश की लाडली बालिका हूँ। मैं महासागर के रंध्रों और तटों में से होकर जाती हूँ। मैं परिवर्तित हो सकती हूँ परंतु मर नहीं सकती।

पर्सी बिशे शेली
quote

शरद् ऋतु के बादल में बिजली है, पानी है। उड़ता-उड़ता फिरता है, कोई भी बात चाहे कितनी ही बड़ी क्यों हो, उसे वह हँस-खेल के ही उड़ा देता है। तो बिसारी है, वैरागी।

शरत चंद्र चट्टोपाध्याय
quote

बादल को सामने देखकर प्रिया के समीप स्थित सुखयों का चित्त भी कुछ और ही प्रकार का हो जाता है, तब प्रिया के कंठालिंगन के लिए तरसने वाले दूरस्थ विरहीजनों का तो कहना ही क्या है!

कालिदास
quote

हे मेघ! संतप्त व्यक्तियों के तुम रक्षक हो।

कालिदास
quote

हे मेघ! तुम्हें मैं, यक्ष, इंद्र का कामरूप (स्वेच्छा से रूपधारण करने वाला) मुख्य अधिकारी जानता हूँ।

कालिदास

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere