ओसिप मंदेलश्ताम की कविताएँ
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
1891 - 1938 | वारसॉ
सुपरिचित सोवियत कवि-लेखक, निबंधकार और अनुवादक। रूसी अक्मीइज़्म काव्यधारा से संबद्ध।
सुपरिचित सोवियत कवि-लेखक, निबंधकार और अनुवादक। रूसी अक्मीइज़्म काव्यधारा से संबद्ध।
हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली
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