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मैं मालिन अलबेली

main malin albeli

अनुवाद : सुरेश सलिल

हब्बा ख़ातून

अन्य

अन्य

हब्बा ख़ातून

मैं मालिन अलबेली

हब्बा ख़ातून

और अधिकहब्बा ख़ातून

    भौंहौं से पसीने के मोती टपकाती

    मैं मालिन अलबेली बनफ़्शे के फूल चुनती।

    शालामार में शराब का प्याला भरते हुए

    गूँथते हुए माला फूलों की—

    यार की अवाई से हुलसती-थिरकती

    मैं मालिन अलबेली बनफ़्शे के फूल चुनती।

    इशाबार में मैंने भरीं सुराहियाँ

    पटिया पारीं अपनी, गूँथी फूलों की माला

    उसके लिए, जो है आने वाला।

    मैं मालिन अलबेली बनफ़्शे के फूल चुनती।

    स्रोत :
    • पुस्तक : हब्बा ख़ातून और अरणिमाल के गीत-गान (पृष्ठ 17)
    • रचनाकार : हब्बा ख़ातून
    • प्रकाशन : वाणी प्रकाशन
    • संस्करण : 2015

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