
हमारे अविष्कारों की प्रवृत्ति खिलौनों की-सी होती है, जो गंभीर चीज़ों से हमारा ध्यान बँटा देते हैं।

आलसी सोने वाले मनुष्य को दरिद्रता प्राप्त होती है तथा कार्य-कुशल मनुष्य निश्चय ही अभीष्ट फल पाकर ऐश्वर्य का उपभोग करता है।
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere