पिता पर अनुवाद

पारिवारिक इकाई में पिता

एक विशिष्ट भूमिका का निर्वाह करता है और यही कारण है कि जीवन-प्रसंगों की अभिव्यक्ति में वह एक मज़बूत टेक की तरह अपनी उपस्थिति जताता रहता है। यहाँ प्रस्तुत है—पिता विषयक कविताओं का एक विशेष संकलन।

आवाज़ें-4

अंतोनियो पोर्चिया

इक्कीसवाँ साल

राही मासूम रज़ा

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

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