मिस्टर स्मिथ
मिस्टर स्मिथ को पहली बार मैंने कब देखा, यह तो ठीक याद नहीं पर जिस पहली मुलाक़ात की धुँधली-सी याद आज शेष रह गई है उसने उसकी शान और शराफ़त दोनों का काफ़ी प्रभाव मुझ पर छोड़ा है। उसका विशाल शरीर, जो शक्ति और सहानुभूति दोनों का आगार था, हर किसी को भय और