राम का रूप
दादू भक्त हैं, दार्शनिक नहीं। उन्होंने उन दार्शनिक सवालों का जवाब नहीं दिया जो किसी अध्येता के सामने उठ खड़े होते हैं। यदि जीव ब्रह्म का ही अंश है। यहाँ तक की जीव के माध्यम से ब्रह्म ही अभिव्यक्त होता है, तो ब्रह्म ने जीव को पृथक् किया ही क्यों? ब्रह्म