
उन लोगों को कभी सच न बताएँ जो इसके योग्य नहीं हैं।

पुत्र को सभा में अग्रिम स्थान में बैठने योग्य बनाना पिता का सबसे बड़ा उपकार होगा।

क्षमा असमर्थ मनुष्यों का गुण तथा समर्थ मनुष्यों का भूषण है।
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere