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रीना का दिन

rina ka din

अज्ञात

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रीना का दिन

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    नोट

    प्रस्तुत पाठ एनसीईआरटी की कक्षा एक के पाठ्यक्रम में शामिल है।

    हर दिन रीना सुबह जल्दी उठती है। उठकर बिस्तर को ठीक से लगाती है।

    नीम की दातुन से अपने दाँत साफ़ करती है। साबुन से नहाकर रीना स्वच्छ कपड़े पहनती है।

    वह अपने बाल में तेल लगाकर कंघी करती है। रीना माँ के बनाए पराठे और सब्ज़ी आनंद के साथ खाती है। रीना माँ के गले लगती है और फिर स्कूल जाती है।

    स्कूल के रास्ते में रीना अपनी सहेली दीपा से मिलती है।

    दोनों एक-दूसरे से सुप्रभात कहती हैं और हँसती-खेलती स्कूल जाती हैं।

    स्कूल में प्रार्थना के बाद रीना अपनी कक्षा में जाती है। जैसे ही उनकी अध्यापिका कक्षा में आती हैं, सभी बच्चे खड़े हो जाते हैं और नमस्ते करते हैं। अध्यापिका मुस्कुराती हुई नमस्ते करती हैं।

    रीना स्कूल में मन लगाकर पढ़ाई करती है।

    वह अपनी सहेलियों के साथ खेलती है और थोड़ी शरारत भी करती है।

    घर आकर वह हाथ-मुँह धोती है।

    फिर वह अपनी स्कूल की सभी बातें अपने परिवार को बताती है।

    रीना अपने प्यारे से छोटे भाई के साथ भी खेलती है।

    रीना को रात को जल्दी ही नींद जाती है।

    दादी प्यार से रीना को शुभ रात्रि कहकर सुला देती हैं।

    स्रोत :
    • पुस्तक : सारंगी (पृष्ठ 11)
    • प्रकाशन : एनसीईआरटी
    • संस्करण : 2022

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