विश्वनाथ प्रसाद तिवारी की कविताएँ
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
1940 | देवरिया, उत्तर प्रदेश
सुप्रसिद्ध कवि-आलोचक-संपादक। साहित्य अकादेमी के अध्यक्ष के रूप में योगदान।
सुप्रसिद्ध कवि-आलोचक-संपादक। साहित्य अकादेमी के अध्यक्ष के रूप में योगदान।