वंशी माहेश्वरी की कविताएँ
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
1948 | पिपरिया, मध्य प्रदेश
सुपरिचित कवि। विश्व कविता के अनुवाद की पत्रिका ‘तनाव’ के संपादन के लिए सम्मानित।
सुपरिचित कवि। विश्व कविता के अनुवाद की पत्रिका ‘तनाव’ के संपादन के लिए सम्मानित।