उत्पल बैनर्जी की कविताएँ
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
1967 | भोपाल, मध्य प्रदेश
सुपरिचित कवि-अनुवादक। बांग्ला के कई महत्वपूर्ण रचनाकारों को बांग्ला से अनुवाद के ज़रिए हिंदी में लाने का श्रेय।
सुपरिचित कवि-अनुवादक। बांग्ला के कई महत्वपूर्ण रचनाकारों को बांग्ला से अनुवाद के ज़रिए हिंदी में लाने का श्रेय।