हरिमोहन झा की कविताएँ
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
1908 - 1984 | कुमर बाजितपुर, वैशाली, बिहार
समादृत कवि-लेखक-व्यंग्यकार। साहित्य अकादमी पुरस्कारसँ सम्मानित।
समादृत कवि-लेखक-व्यंग्यकार। साहित्य अकादमी पुरस्कारसँ सम्मानित।
हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली
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