गुंटर कुनेर्ट की कविताएँ
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
1929 - 2019 | बर्लिन
समादृत जर्मन कवि-गद्यकार। विभिन्न विधाओं में विपुल लेखन। चित्रकार और ग्राफ़िक कलाकार के रूप में भी योगदान।
समादृत जर्मन कवि-गद्यकार। विभिन्न विधाओं में विपुल लेखन। चित्रकार और ग्राफ़िक कलाकार के रूप में भी योगदान।
हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली
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