आलोक श्रीवास्तव की कविताएँ
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
1968 | मेरठ, उत्तर प्रदेश
सुपरिचित कवि-लेखक और संपादक। दस से अधिक पुस्तकें प्रकाशित।
सुपरिचित कवि-लेखक और संपादक। दस से अधिक पुस्तकें प्रकाशित।