अशोकनगर के रचनाकार

कुल: 3

नाथ परंपरा के कवि। चर्पटनाथ के शिष्य। असार संसार में लिप्त जीवों की त्रासदी के सजीव वर्णन के लिए स्मरणीय।

भक्तिकाल के प्रसिद्ध संगीतकार और कवि। राजा मानसिंह तोमर और गुजरात के सुलतान बहादुरशाह के आश्रित।

अज्ञेय द्वारा संपादित ‘तार सप्तक’ के कवि। ‘छाया मत छूना’ शीर्षक गीत के लिए चर्चित।