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जब मैं बच जाता हूँ

jab main bach jata hoon

अनुवाद : गिरधर राठी

डैनियल वाएसबोर्ट

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डैनियल वाएसबोर्ट

जब मैं बच जाता हूँ

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    जब मैं बच जाता हूँ,

    नदी बहने लगती है।

    हर जगह दुनिया जागती है मेरे लिए।

    बहरहाल,

    जो भी हो, मैं यही मानता हूँ।

    तो, सत्य और वह जो मैं मानता हूँ।

    सुसंगत नहीं है।

    तो, जब तक मैं दुनिया से विदा हो जाऊँ,

    उसके इस छोटे से हिस्से में

    एक भारी विसंगति बनी ही रहेगी।

    स्रोत :
    • पुस्तक : प्यास से मरती एक नदी (पृष्ठ 236)
    • संपादक : वंशी माहेश्वरी
    • रचनाकार : डैनियल वाएसबोर्ट
    • प्रकाशन : संभावना प्रकाशन
    • संस्करण : 2020

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