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देश मेरे

desh mere

रमाशंकर यादव विद्रोही

अन्य

अन्य

और अधिकरमाशंकर यादव विद्रोही

    मेघवर्णी देश मेरे,

    ये लाल ध्वज तेरे लिए!

    ये तुमको सलाम करता है,

    तू इसको सलाम कर।

    आसमाँ की गोद में है लाल सूरज,

    तू उठा कर लाल झंडा,

    आसमाँ को मात कर।

    बहुत बेइज़्ज़त हुई आबादियाँ,

    बहुत देखी रानियाँ शहजादियाँ,

    बराबरी का ताज है यह ध्वज,

    इसे रख सिर के ऊपर,

    वतन! अहले वतन,

    तुम एकदम से कर दो सर,

    कर दो सर, हाँ कर दो सर,

    कि दुनिया हो जाए बराबर।

    स्रोत :
    • पुस्तक : नई खेती (पृष्ठ 79)
    • रचनाकार : रमाशंकर यादव विद्रोही
    • प्रकाशन : सांस, जसम
    • संस्करण : 2011

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