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कौन है वह बात

kaun hai wo baat

रमानाथ अवस्थी

अन्य

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रमानाथ अवस्थी

कौन है वह बात

रमानाथ अवस्थी

और अधिकरमानाथ अवस्थी

    मीत मेरे कौन है वह बात

    बन गई जो नयन की बरसात

    शापमय तम को जलाकर

    जल रहा दिनमान

    कालिमा को चाँदनी से

    धो रहा हिमवान

    किंतु ऐसी क्या हुई वह बात

    जो कि काली रह गई यह रात

    बाँध पाई कब भला

    सीमा, अगम आकाश

    जीत पाया सिंधु कब

    मरु के हृदय की प्यास

    किंतु ऐसी क्या हुई वह बात

    बँध गया जो श्वास में यह गात

    मृत्यु की काया छिपी

    हर देहधारी में

    जी रहा हर एक

    मरने की तैयारी में

    किंतु ऐसी क्या हुई वह बात

    जो कि जीने को खिला जलजात

    कब किसी के नाश से

    शंकित हुआ संसार

    कब हुआ छोटा-बड़ा

    आकाश का आकार

    किंतु ऐसी क्या हुई वह बात

    जोकि बन-बनकर बिगड़ता प्रात

    स्रोत :
    • पुस्तक : आख़िर यह मौसम भी आया (पृष्ठ 66)
    • रचनाकार : रमानाथ अवस्थी
    • प्रकाशन : राजपाल
    • संस्करण : 1998

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