जवाहरलाल नेहरू के पत्र
संसार पुस्तक है
जब तुम मेरे साथ रहती हो तो अक्सर मुझसे बहुत सी बातें पूछा करती हो और मैं उनका जवाब देने की कोशिश करता हूँ। लेकिन अब, जब तुम मसूरी में हो और मैं इलाहाबाद में, हम दोनों उस तरह बातचीत नहीं कर सकते। इसलिए मैंने इरादा किया है कि कभी-कभी तुम्हें इस दुनिया
पिता के पत्र पुत्री के नाम (हिंदुस्तान के आर्य कैसे थे)
आर्यों को हिंदुस्तान आए बहुत ज़माना हो गया। सब के सब तो एक साथ आए नहीं होंगे, उनके फ़ौजों पर फ़ौजें, जाति पर जाति और कुटुंब पर कुटुंब सैकड़ों बरस तक आते रहे होंगे। सोचो कि वे किस तरह लंबे क़ाफिलों में सफ़र करते हुए, गृहस्थी की सब चीज़ें गाड़ियों और जानवरों
पिता के पत्र पुत्री के नाम (रामायण और महाभारत)
वेदों के ज़माने के बाद काव्यों का ज़माना आया। इसका यह नाम इसलिए पड़ा कि इसी ज़माने में दो महाकाव्य, रामायण और महाभारत, लिखे गए, जिनका हाल तुमने पढ़ा है। महाकाव्य उस पद्य की बड़ी पुस्तक को कहते हैं, जिसमें वीरों की कथा बयान की गई हो। काव्यों के ज़माने
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere