

जो लोग अपने आत्म-सम्मान को नष्ट करते हैं, जो स्वयं को मदद की अनुमति नहीं देते, वे धीरे-धीरे मरते चले जाते हैं।
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
जो लोग अपने आत्म-सम्मान को नष्ट करते हैं, जो स्वयं को मदद की अनुमति नहीं देते, वे धीरे-धीरे मरते चले जाते हैं।
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere