व्यंग्य पर गीत

व्यंग्य अभिव्यक्ति की

एक प्रमुख शैली है, जो अपने महीन आघात के साथ विषय के व्यापक विस्तार की क्षमता रखती है। काव्य ने भी इस शैली का बेहद सफल इस्तेमाल करते हुए समकालीन संवादों में महत्त्वपूर्ण योगदान किया है। इस चयन में व्यंग्य में व्यक्त कविताओं को शामिल किया गया है।

मदवा पीले पागल जोबन बीत्यो जात

भारतेंदु हरिश्चंद्र

चूरन अमल बेद का भारी

भारतेंदु हरिश्चंद्र

चने जोर गरम

भारतेंदु हरिश्चंद्र

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

संबंधित विषय