
इतिहास का खेल न्यारा है। सदा नए चमत्कार होते रहते हैं। नए गुल भी खिलते रहते हैं। संभव और असंभव ये दोनों शब्द इतिहास में निरर्थक हैं।
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
इतिहास का खेल न्यारा है। सदा नए चमत्कार होते रहते हैं। नए गुल भी खिलते रहते हैं। संभव और असंभव ये दोनों शब्द इतिहास में निरर्थक हैं।
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere